
Kolayat : PMGSY की मीटिंग पंचायतों के पुनर्गठन का मुद्दा, कांग्रेस-बीजेपी में तकरार, कांग्रेस ने किया बहिष्कार
- कोलायत मेँ कलह, कांग्रेस बीजेपी में नोंक-झोंक
- Kolayat : पंचायतो के पुनर्गठन पर कांग्रेस बीजेपी में तकरार, कांग्रेस ने किया बहिष्कार, 13 गांव की सड़कें अटकी
- 13 गांव की सड़कें अटकी
RNE Kolayat.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अनुमोदन के लिए आयोजित साधारण सभा कि बैठक ग्राम पंचायत व पंचायत समिति के परिसीमन पुनर्गठन को लेकर कांग्रेस व भाजपा के सदस्यों में तीखी नोक झोक हुई, बैठक भी स्थगित हो गई। नतीजन कोलायत पंचायत समिति के 13 गांव कि 62 किलोमीटर सड़क का मामला खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।
विकास अधिकारी वीरपाल सिंह के अनुसार गुरुवार को पीएमजीएसवाई iv के लिए डीआरआरपी केंडिडेट रोड व सीएनसीपीएल के अनुमोदन एवं अन्य विषयो को लेकर साधारण सभा कि बैठक प्रधान पुष्पा देवी सेठिया कि अध्यक्षता में रखी। बैठक मेँ ग्राम पंचायत व पंचायत समिति परिसीमन के विरोध में बैठक पूर्ण नहीं हो पाई।
कोलायत उपप्रधान रेवंत राम, जिपस मोहनदान, देवी सिंह भाटी, रूपाराम मेघवाल, विमला देवी, बजरंग सिंह, जैसाराम आदि ने बैठक में कहा कि वर्तमान में पुनर्गठन व परिसीमन गलत व द्वेषतापूर्ण तरीके से किया गया है। सदस्यों ने कहा कि कोलायत विधानसभा के प्रत्येक गांव को गलत पंचायतों व पंचायतो को गलत पंचायत समिति में जोड़ा गया है।
दूसरी ओर भाजपा के सदस्यों व सरपंचो ने टेबल बजाते हुए पुरजोर तरीके से विरोध किया। सरपंच एसोसिएशन अध्यक्ष जयसिंह भाटी, सियाणा सरपंच मनोहर सिंह, सुंदर कांटिया, डिम्पल कंवर, शिव सिंह दियातरा, पवन जोशी भोलासर, घमुराम नायक ने कहा कि ये बैठक सड़क के अनुमोदन के लिए है। पुनर्गठन कि बात बैठक का ना तों एजेंडा है ना इस सदन का मुद्दा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा जनहितैषी योजनाओं को ख़ारिज करती आई है। जबकि सड़क योजना के प्रस्ताव से हजारों लोगो को राहत मिलेगी।
दोनों पक्षो में करीब आधे घंटे कि बहस के बाद कांग्रेस कि तरफ से बैठक का बहिष्कार कर दिया गया। उधर विकास अधिकारी वीरपाल सिंह ने कहा कि हालांकि पीएमजीएसवाई iv का अनुमोदन नहीं हुआ, लेकिन इसका काम शुरू करना बेहद जरूरी है। ऐसे में उच्चाधिकारियों से इस संबंध में मार्गदर्शन लेकर काम किया जाएगा।
कलेक्टर से मिला प्रतिनिधि मंडल :
कोलायत प्रधान पुष्पा देवी सेठिया व ब्लॉक अध्यक्ष मदन चौहान के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर से मिला। प्रतिनिधि मण्डल ने कहा कि पुनर्गठन गलत तरीके से किए गए है। दोबारा जांच करवाते हुए गांव को यथावत रखा जाए।